NavBharatTimes भारतीय मूल की प्रोफेसर निताशा कौल को भारत में एंट्री नहीं दी गई और उन्हें बेंगलुरु एयरपोर्ट से वापस लंदन डिपोर्ट कर दिया गया। उन पर भारत विरोधी बयान और कश्मीर को लेकर उनकी टिप्पणियों की अक्सर आलोचना होती रही है। कर्नाटक सरकार ने उन्हें संविधान पर आयोजित एक सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था। उनके डिपोर्ट होने पर बीजेपी और कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप चल रहा है।