MoneyControl NPCI से लाइसेंस मिलने के बाद, पेटीएम को गूगल पे और फोनपे की तरह थर्ड-पार्टी ऐप के रूप में काम करने की उम्मीद है। इस बदलाव से पेटीएम के बिजनेस मॉडल में बदलाव आएगा, हालांकि यूबीएस कस्टमर बेस और बाजार हिस्सेदारी में गिरावट की आशंका जताता है। इसके अतिरिक्त, ब्रोकरेज का अनुमान है कि पेटीएम के पेमेंट शेयर में गिरावट आ सकती है और लोन बांटने और रेवेन्यू में कमी आएगी।