AmarUjala बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने पतंजलि के विज्ञापनों पर माफ़ी मांगी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उनकी माफ़ी को खारिज कर दिया। अदालत ने कहा कि पतंजलि के विज्ञापन भ्रामक हैं और उसने जानबूझकर अदालत के आदेश का उल्लंघन किया है। अदालत ने समाज को यह संदेश देने के लिए माफ़ी स्वीकार करने से इनकार कर दिया कि न्यायालय के आदेशों का उल्लंघन अस्वीकार्य है।