MoneyControl भारतीय और वैश्विक आईटी कंपनियाँ चिप की कमी के कारण सेमीकंडक्टर इंजीनियरिंग और रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेवाओं पर भारी निवेश कर रही हैं। इंटेल, HCL Tech, विप्रो जैसी कई कंपनियाँ अधिग्रहणों और साझेदारियों के माध्यम से इस क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत कर रही हैं। चिप निर्माण कंपनियाँ भी अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए अरबों डॉलर का निवेश कर रही हैं, जिससे आईटी कंपनियों को विकास के अवसर मिल रहे हैं। इंडिया की पीएलआई योजना भी घरेलू सेमीकंडक्टर निर्माण को बढ़ावा देने में मदद कर रही है।