NaiDuniya Sagar News: शनिवार की रात गश्त के दौरान पुलिस ने एक वाहन से 13 बोरी चोरी का अनाज जब्त किया। चोरी की सूचना मिलने पर पुलिस ने घेराबंदी करके वाहन रोका, लेकिन कुछ संदिग्ध भाग निकले। गिरफ्तार आरोपी अजाम खान ने बताया कि उसने अपने साथियों के साथ फसलों से अनाज चुराया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और वाहन व अनाज जब्त कर लिया।
अमेरिकी सेना ने लाल सागर और यमन में दिखाया रौद्र रूप, खतरा बने रहे Drones को किया नष्ट
IndiaTv अमेरिकी सेना ने यमन में हूती विद्रोहियों के ड्रोन नष्ट किए, जो अमेरिकी और संबद्ध बलों के साथ-साथ वाणिज्यिक जहाजों के लिए खतरा थे। एक ड्रोन लाल सागर के ऊपर नष्ट किया गया, जबकि दूसरे को जमीन पर उड़ाने की तैयारी के दौरान नष्ट कर दिया गया। हूती विद्रोहियों ने इस घटना पर टिप्पणी नहीं की है। यह पहली बार नहीं है जब अमेरिका ने इस तरह की कार्रवाई की है।
तिहाड़ जेल में पढ़ने के लिए How Prime Minister decide समेत ये 3 किताबें केजरीवाल ने मांगी
WebDuniya दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी ने गिरफ्तार किया है। अदालत ने केजरीवाल को जेल भेजते हुए 15 दिन की रिमांड दी है। जेल में वे रामायण, गीता और ‘हाउ प्राइम मिनिस्टर्स डिसाइड’ किताबें पढ़ना चाहते हैं। जेल ले जाने से पहले उनके मेडिकल परीक्षण की तैयारी है।
कांग्रेस को SC से बड़ी राहत, 3500 करोड़ के डिमांड नोटिस पर चुनाव तक नहीं होगी कार्रवाई
Tv9Hindi सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस को राहत देते हुए आयकर विभाग को कार्रवाई न करने के आदेश दिए। आयकर विभाग ने कांग्रेस को 3500 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा था। कोर्ट ने आयकर विभाग से जून में जवाब मांगा है और 24 जुलाई को अगली सुनवाई निर्धारित की है। इस दौरान आयकर विभाग चुनाव तक कोई कार्रवाई नहीं करेगा।
Gyanvapi Mosque: ‘पूजा और नमाज अपनी-अपनी जगह रहें जारी’, ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर CJI ने दिया आदेश
ABP सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के व्यास तहखाने में पूजा के खिलाफ मस्जिद कमिटी की याचिका पर सुनवाई हुई। मस्जिद पक्ष के वकीलों ने मामले को रोकने की मांग की, जवाब में चीफ जस्टिस ने नोटिस जारी किया। हालांकि, अन्य पक्ष के वकील ने अभी औपचारिक नोटिस के खिलाफ विरोध दर्ज किया। मामले में दोनों पक्षों को अपनी जगह पर रहने का निर्देश दिया गया है।
‘पन्नू मामले से भारत के भी सुरक्षा हित जुड़े’, विदेश मंत्री बोले
AmarUjala भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश की जांच से भारत के सुरक्षा हित जुड़े होने की बात कही। उन्होंने यूक्रेन युद्ध में फंसने पर भी बात की और सभी भारतीयों को सुरक्षित लाने की कोशिश की। भारतीय नागरिकों से भ्रामक दावों में न आने की अपील भी की गई।
1 अप्रैल से इनकम टैक्स की नई व्यवस्था हो गई लागू! वित्त मंत्रालय का आ गया ये स्पष्टीकरण, पढ़ें खबर दूर करें कन्फ्यूजन
IndiaTv वित्त मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि 2024-25 में नई आयकर व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं होगा। करदाता इस व्यवस्था से बाहर निकलने का विकल्प चुन सकते हैं। हालांकि, नई व्यवस्था डिफ़ॉल्ट रहेगी। व्यक्तिगत करदाता पुरानी या नई व्यवस्था में से किसी एक को चुन सकते हैं। वे हर साल व्यवस्था बदल सकते हैं। अंतरिम बजट में इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया है, लेकिन पूर्ण बजट में बदलाव की उम्मीद है।
कांग्रेस ने चुनावी बॉण्ड संबंधी बयान को लेकर मोदी पर साधा निशाना
WebDuniya कांग्रेस ने मोदी की चुनावी बांड योजना की टिप्पणियों पर निशाना साधा, आरोप लगाया कि आंकड़े भाजपा और मोदी सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करते हैं। जयराम रमेश के अनुसार, योजना को राजनीतिक दलों के वित्तपोषण के स्रोतों और उपयोग को छिपाने के लिए डिज़ाइन किया गया था। रमेश ने दावा किया कि अदालत में भी सरकार ने योजना की गोपनीयता की रक्षा की, और आरोप लगाया कि भाजपा और मोदी सरकार का भ्रष्टाचार अब तथ्यों और आंकड़ों से साबित हो गया है।
पंजाब: पूर्व सांसद धर्मवीर सिंह ने थामा कांग्रेस का हाथ, AAP को लगा झटका
Tv9Hindi कोरोना से पहले की तुलना में मनरेगा के कार्य दिवसों में 40 करोड़ की बढ़ोतरी से पता चलता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक दिक्कतें बरकरार हैं। यह योजना श्रमिकों को रोजगार देने वाली मुख्य सरकारी योजना है। 2023-24 में 305.2 करोड़ कार्य दिवस प्रदान किए गए हैं, जो 2019-20 से अधिक हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि बेरोजगारी और शहरों में रोजगार अवसरों की कमी मनरेगा की बढ़ती मांग के पीछे कारण हैं।
मनरेगा के तहत काम की बढ़ी मांग, क्या गांवों में रोजगार की दिक्कत हो रही है?
NavBharatTimes मनरेगा के तहत काम के दिनों की संख्या महामारी से पहले के समय से 40 करोड़ बढ़कर 305.2 करोड़ तक पहुँच गई है। यह ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक संकट और शहरों में पूर्ण रोज़गार के अवसरों की कमी को दर्शाता है। 2019-20 से तुलना करने पर, यह संख्या 28.4 करोड़ (2022-23) और 40 करोड़ (2023-24) अधिक है। विशेषज्ञों का मानना है कि मनरेगा की बढ़ती मांग ग्रामीण बेरोजगारी और संकट का संकेत है, विशेष रूप से अकुशल और अर्ध-कुशल श्रमिकों के लिए।